एक सबसे बड़ा प्रयोग पारदर्शी साबुन के निर्माण में होता है।
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एक सबसे बड़ा प्रयोग पारदर्शी साबुन के निर्माण में होता है।
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इस मानक के अनुसार नहाने का पारदर्शी साबुन बनावट में दृढ़ और मृदु होनाअपेक्षित है.
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ईश्: ११३०३-१९८५ में नहाने के पारदर्शी साबुन की अपेक्षाओं और बानगी और परीक्षणलेने की पद्धतियाँ दी गई हैं.
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इसमें दो प्रकार केनहाने के साबुनों को रख लिया गया और इस प्रकार नहाने के पारदर्शी साबुन कोइसमें सम्मिलित कर लिया गया.
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किस पदार्थ अथवा यौगिक के बने होतें हैं ' ट्रांसपरेंट-सोप्स ' नहाने के खुशबूदार बेहतरीन दिखने वाले पारदर्शी साबुन? ग्लीसरीन से बने हैं-पार्दर्शी साबुन. यह आधे सोप तथा आधे विलायक (सोल्वेंट्स) होतें हैं ।
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सामग्री सम्बन्धी अपेक्षाओं में बताया गया है कि सुगंध और आर्द्रता के अलावानहाने के पारदर्शी साबुन में रंगदायी पदार्थ, परिरक्षी, ग्लिसरीन, चीनी और ऐसेही अतिरिक्त पदार्थ हो सकते हैं यह सारी सामग्री जब साबुन बनाने के लिए उपयोग कीजाए तो यह हानि रहित होनी चाहिए.
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नहाने का पारदर्शी साबुन (ईश्: ११०३०-१९८५) नहाने के पारदर्शी साबुन की विशिष्टि सबसे पहले ईश्: ८३९-१९५६ में प्रकाशित कीगई, बाद में नहाने के साबुन की विशिष्टि (ईश्: २८८८) का पुनरीक्षण करते समयसमिति ने निर्णय किया कि दोनों ही प्रकारों के साबुनों को एक मानक में शामिलकर लिया जाए और इस प्रकार ईश्: २८८८-१९६४ जारी किया गया.
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नहाने का पारदर्शी साबुन (ईश्: ११०३०-१९८५) नहाने के पारदर्शी साबुन की विशिष्टि सबसे पहले ईश्: ८३९-१९५६ में प्रकाशित कीगई, बाद में नहाने के साबुन की विशिष्टि (ईश्: २८८८) का पुनरीक्षण करते समयसमिति ने निर्णय किया कि दोनों ही प्रकारों के साबुनों को एक मानक में शामिलकर लिया जाए और इस प्रकार ईश्: २८८८-१९६४ जारी किया गया.